मत्तगयंद सवैय्या छंद

हे गुरुदेव कृपा करहू मन मूरख मोर सुजान करौ जी।
काजर ले करिया मन हे गुरु उज्जर आप समान करौ जी।
अंतस हे कठवा पथरा गुरु मंत्र ले चेतन प्रान करौ जी।
लौह सही तन जंग लगे गुरु पारस आप धियान करौ जी।

सुखदेव सिंह अहिलेश्वर "अँजोर"

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